हिमाचल में 100 से ज्यादा शादियां टलीं, कुछ बिना बैंड-बाजा अकेले निभाएंगे रस्में
कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन और कर्फ्यू के कारण हिमाचल में सौ से अधिक शादियां टल गई हैं। भीड़भाड़ जुटाने की मनाही के चलते कई आयोजन टालने पड़ गए हैं। विवाह, मुंडन, जनेऊ संस्कार और गृह प्रवेश आदि शुभ कार्यों पर भी रोक लग गई है।
 

देश भर में लॉकडाउन 14 अप्रैल तक चलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार 14 अप्रैल के बाद शादी समारोह के लिए शुभ मुहूर्त हैं, जो मई महीने तक चलेंगे। शुभ कार्यों पर विराम लगने से पंडितों का काम भी चौपट हो गया है। उधर, 31 मार्च महीने को बिना बैंड बाजे और धाम दिए ही कर्मचारी और अधिकारी रिटायर होंगे। वे भी किसी तरह के कार्यक्रम का आयोजन नहीं कर पाएंगे। 

ऐसे में समाज, घर-परिवार और नाते-रिश्तेदारों में प्रस्तावित शुभ कार्यों पर भी कोरोना की मार पड़ती दिख रही है। प्रदेश में जो आयोजन होंगे भी वे सन्नाटे और बेहद सीमित लोगों के बीच रस्मी तौर पर मनाए जाएंगे। शुभ आयोजनों पर पड़ी कोरोना की मार ने पंडितों समेत बैंड-बाजा वालों, फोटोग्राफर, करियाना, डीजे व टेंट व्यवसायियों और बोटियों का कामकाज और बुकिंग भी चौपट कर दी है।

 



शिमला के कई क्षेत्रों में अप्रैल में तय सैकड़ों शादी समारोहों को लेकर संबंधित परिवारों में उत्साह की बजाय चिंता हैं। वर और वधू दोनों पक्ष परेशान हैं। ठियोह, फागू, मतयाना, चौपाल, कोटखाई, बलसन क्षेत्रों में ग्रामीण शादियों के कार्ड छपवा चुके हैं। आचार्य ईश्वर लाल और श्रीराम शास्त्री के अनुसार अप्रैल में 14 से शादी के शुभ मुहूर्त शुरू हो रहे हैं जो मई तक चलेंगे। 14 अप्रैल तक लॉकडाउन के पहले चरण में भी हालात सामान्य होने के आसार नजर नहीं आ रहे।

लोग दुविधा में हैं। संकट मोचन मंदिर में भी होने वाली शादियां स्थगित हो गई हैं। हमीरपुर में करीब दर्जन प्रस्तावित विवाह समारोह स्थगित किए जा चुके हैं। ऊना जिले में 29, 30 मार्च, एक और 12 व 13 अप्रैल को होने वाले करीब तीन दर्ज विवाह समारोह रद्द हो चुके हैं। सिरमौर जिले में भी करीब एक दर्जन विवाह व अन्य समारोह स्थगित हो जाने की सूचना है।