कुमाऊं विवि का 16वां दीक्षांत समारोह: 62 मेधावियों को पदक, 38 हजार 581 को मिलीं उपाधि

कुमाऊं विश्वविद्यालय के 16वें दीक्षांत समारोह में शनिवार को कुलाधिपति व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने 62 मेधावियों को पदक प्रदान किए। इनमें स्वर्ण पदक पाने 50 मेधावी भी शामिल हैं।


समारोह में 38581 विद्यार्थियों को डिग्रियां और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ और पद्मश्री डॉ. सौमित्र रावत को डीलिट की मानद उपाधि से नवाजा गया। समारोह में खराब मौसम के चलते मुख्य अतिथि  मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक व टीवी इंडिया के रजत शर्मा समेत कई संकायों के डिग्रीधारी छात्र-छात्राएं नहीं पहुंच सके।  

डीएसबी परिसर के एएन सिंह सभागार में सुबह 11 बजे वैदिक मंत्रोच्चारण और अकादमिक शोभायात्रा के साथ दीक्षांत समारोह का शुभारंभ हुआ। इसके बाद राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मेधावियों को मेडल और उपाधियां प्रदान कीं। उन्होंने कहा कि कुमाऊं विश्वविद्यालय ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अपना विशिष्ट स्थान बनाया है, यह गौरव की बात है। बदलती स्थितियों के अनुरूप हमारे शोध कार्य और पाठ्यक्रम ऐसे होने चाहिए जो देश के अर्थ व्यवस्था व सामाजिक समृद्धि में अपना योगदान देने में सक्षम हों। 

 उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने कहा कि विश्वविद्यालयों में हर साल दीक्षांत समारोह आयोजित किए जाएंगे और दो महान विभूतियों को नवाजा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि वर्ष 2022 में उत्तराखंड देश का पहला ऐसा राज्य होगा जिससे अधिकतर युवा आईएएस और पीसीएस बनेंगे।   इससे पूर्व अतिथियों का स्वागत करते हुए कुलपति प्रो. केएस राना ने कहा इस वर्ष 25 नए रोजगारपरक पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं जिसमें कृषि, वानिकी एवं पर्यावरण विभाग आदि शामिल हैं। संचालन कुलसचिव डॉ. महेश कुमार ने किया।